

कोलकाता: हर महीने में एक अमावस्या की तिथि होती है जो विशेष महत्व रखती है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 2024 में पहली अमावस्या 11 जनवरी को पौष अमावस्या के रूप में मनाई जाएगी। ये अमावस्या पितरों को समर्पित होती है। आपको बताते हैं कि इस दिन क्या करना चाहिए और दान-स्नान का इस दिन क्या महत्व होता है। सबसे पहले मुहूर्त के बारे में जान लीजिए।
पौष अमावस्या का मुहूर्त
पौष अमावस्या की शुरुआत 10 जनवरी को रात 8 बजकर 10 मिनट पर होगी और इसकी समाप्ति अगले दिन यानी 11 जनवरी को शाम 5 बजकर 25 मिनट पर होगी। इस कारण यह अमावस्या 11 जनवरी को मनाई जाएगी। स्नान-दान का खास मुहूर्त 11 जनवरी को सुबह 5:57 से 6:21 तक रहेगा।
पौष अमावस्या पर क्या करें?
कहा जाता है कि इस दिन कौवे, गाय और कुत्ते को खाना खिलाना चाहिए। पितृ दोष से मुक्ति के लिए पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा इस दिन सफेद खाने की चीजों का दान करना काफी शुभ माना जाता है।
पौष अमावस्या पर करें ये उपाय
पूर्वजों को खुश करने के लिए
पौष अमावस्या का दिन काफी अच्छा माना जाता है। इस दिन आप पीपल के पेड़ पर जल में दूध, चावल, काले तिल डालकर अर्पित करें। इसके अलावा शाम को पीपल के पेड़ के पास दीपक जरूर जलाएं। इससे शनि देव प्रसन्न होंगे और पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहेगा।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए
पौष अमावस्या पर मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए आप ये उपाय कर सकते हैं। इस दिन पीले धागे में 108 गांठ बांधकर तुलसी के पौधे पर बांध देना चाहिए। इसके साथ दीपक भी जलाएं। ऐसा करने से सांसारिक कष्ट भी कम होंगे और आर्थिक स्थिति भी अच्छी बनी रहेगी।
सुख-समृद्धि के लिए
जीवन में सुख और समृद्धि पाने के लिए तुलसी पर लाल चुनरी चढ़ाना चाहिए। इस दिन कच्चा दूध तुलसी पर अर्पित कर दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से लाभ मिलता है।