जनता की शिकायत सीधे सीएम तक, ‘सरासरी मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम शुरू

जनता की शिकायत सीधे सीएम तक, ‘सरासरी मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम शुरू
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जनता की शिकायत सीधे सीएम के पास
9137091730 नंबर किया जारी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : आम जनता अपनी परेशानी या शिकायत सीधे सीएम ममता बनर्जी तक पहुंचा सकती है। इस उद्देश्य के साथ सरासरी मुख्यमंत्री कार्यक्रम की गुरुवार को शुरुआत हो गयी। सीएम ने नवान्न से इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जिस नम्बर पर लोग फोन कर सकेंगे वह नम्बर है- 9137091370। सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक इस नंबर पर आम जनता फोन कर सकती है। उनकी बातें अधिकारी सीधे सीएम तक पहुंचायेंगे, साथ ही समाधान निकालने का हर संभव प्रयास किया जायेगा। इस दिन सीएम ने कहा कि मेरा एक ही काम है, लोगों के काम का समाधान करना। उन्होंने यह भी आशंका जतायी है कि कुछ ऐसे लोग भी बेवजह परेशान करने के लिए फोन कर सकते हैं हालांकि मुख्यमंत्री इसे बेफ्रिक हैं। उन्होंने कहा कि गाली से मुझे बुरा नहीं लगता है, इसकी आदत हो गयी है, इसे मैं आशीर्वाद के रूप में लेती हूं। सीएम ने कहा कि पार्टी की तरफ से दीदी को बोलाे कार्यक्रम किया गया लेकिन यह राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। यह सरकारी सेवा है। बंगाल के लोग मुझे सीधे फोन कर सकते हैं और अपनी कठिनाइयों के बारे में मुझे बता सकते हैं। नंबर 9137091370 है। यह लाइन प्रतिदिन सोमवार से शनिवार तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहेगी। कई लोग पत्र और ईमेल लिखकर मुझसे शिकायत करते थे यह अब आसान हो जायेगा। 500 कॉल सेंटर बनाए गए हैं। इसके अलावा, हमारे पास 100 से अधिक फील्ड वर्कर होंगे। हर शिकायत को समान महत्व दिया जाएगा। सरकार सब कुछ नहीं कर सकती, सब कुछ हाथ में नहीं है लेकिन कोशिश करने में हर्ज ही क्या है ! राज्य के लोगों को केंद्र से पैसा नहीं मिल रहा है। हमें बंगला आवास योजना के लिए पैसा नहीं मिल रहा है। अब केंद्र ने इस पर रोक लगा दी है। लॉन्च होने पर इसे फिर से शुरू किया जाएगा। नहीं तो आपको कुछ दिन इंतजार करना होगा। जब दिल्ली में दोबारा नई सरकार आएगी तो हम इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे।
ममता ने अधिकारियों से कहा, रखें पूरी निगरानी
ममता ने कहा, 'अगर शिकायत आती है तो उस पर जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।' मैं खुद पूरी व्यवस्था पर नजर रखूंगी। जो सचिव हैं उनसे मैं कह रही हूं। मैंने उन्हें अभी कहा कि शिकायत हुई है ऐसा करोगे तो काम नहीं चलेगा। सभी विभागों के सचिव इसे जिम्मेदारी के साथ करें। अगर आपके पास कोई आवेदन आता है तो उसे अपने बेसमेंट में भेज देने से ही आपकी जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती है। आपको निगरानी रखनी होगी।

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