कोयला खदान से तीन और खनिकों के शव मिले

कोयला खदान से तीन और खनिकों के शव मिले
Published on

गुवाहाटी : असम के दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में फंसे तीन और खनिकों के शव शनिवार को बचाव अभियान के दौरान बरामद किये गये। एक अधिकारी ने बताया कि अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं। पहला शव बुधवार को खदान से निकाला गया था। चारों खनिक उन नौ खनिकों में शामिल थे, जो सोमवार को उमरंगसो स्थित खदान में अचानक पानी भर जाने के कारण फंस गए थे। अधिकारी ने बताया, 'बचाव अभियान शनिवार सुबह फिर से शुरू हुआ और फंसे हुए खनिकों की तलाश के छठे दिन तीन और शव बरामद किये गये। नेपाल के रहने वाले एक खनिक का शव पहले ही बरामद किया जा चुका है।' असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि बचाव अभियान 'अटूट संकल्प' के साथ जारी है और मृतकों की पहचान कर ली गयी है। अधिकारी ने बताया कि सेना और एनडीआरएफ के गोताखोर जब खनिक को बाहर निकालने गए तो खनिकों के शव खदान में भरे हुए पानी में उतराते मिले। मुख्यमंत्री ने कहा, 'उमरंगसो में बचाव कार्य निरंतर जारी है। दुःखद बात यह है कि शनिवार सुबह और शव बरामद किये गये।' उन्होंने कहा, 'हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त लोगों के साथ हैं।' अधिकारी ने बताया कि तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) और कोल इंडिया द्वारा लाई गयी विशेष मशीनों से 340 फुट गहरी खदान से पानी निकालने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि यह खदान 12 वर्ष पहले बंद कर दी गयी थी और तीन वर्ष पहले तक यह असम खनिज विकास निगम के अधीन थी। हिमंत ने शुक्रवार रात को कहा था, 'यह कोई अवैध खदान नहीं थी, बल्कि इसे बंद कर दिया गया था। उस दिन खनिक पहली बार कोयला निकालने के लिए खदान में घुसे थे।' उन्होंने बताया कि खनिकों के मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभियान पर हिमंत ने कहा कि गुरुवार से पानी निकालने का काम जारी है और अब तक सात मीटर पानी निकाला जा चुका है। उन्होंने बताया, 'चार गड्ढों में पानी 26 मीटर तक भर गया है। अगर गड्ढों से पानी निकाल दिया जाए तो हम कुछ नतीजे की उम्मीद कर सकते हैं।' हिमंत ने कहा कि नागपुर से एक और मशीन मंगाई गयी है और शनिवार सुबह से इसका संचालन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि यह ठीक काम करेगी तो उम्मीद है कि शीघ्र पानी निकाल लिया जाएगा। इस घटना में दीमा हसाओ स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) देबोलाल गोरलोसा के परिवार के सदस्य की कथित संलिप्तता पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह मानवीय त्रासदी है और हमें इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।' तक दो शव बरामद किए जा चुके हैं। पहला शव बुधवार को खदान से निकाला गया था। दोनों खनिक उन नौ खनिकों में शामिल थे, जो सोमवार को उमरंगसो स्थित खदान में अचानक पानी भर जाने के कारण फंस गए थे। अधिकारी ने बताया, 'बचाव अभियान शनिवार सुबह फिर से शुरू हुआ और फंसे हुए खनिकों की तलाश के छठे दिन एक और शव बरामद किया गया। नेपाल के रहने वाले एक खनिक का शव पहले ही बरामद किया जा चुका है।' असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि बचाव अभियान 'अटूट संकल्प' के साथ जारी है और मृतकों की पहचान कर ली गयी है। अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान 27 वर्षीय लिजेन मगर के रूप में हुई है, जो दीमा हसाओ के कलामाटी के एक गांव से है। उन्होंने बताया कि सेना और एनडीआरएफ के गोताखोर जब खनिक को बाहर निकालने गए तो मगर का शव खदान में भरे हुए पानी में उतराता मिला। मुख्यमंत्री ने कहा, 'उमरंगसो में बचाव कार्य निरंतर जारी है। दुःखद बात यह है कि शनिवार सुबह तीन और शव बरामद किये गये हैं।' उन्होंने कहा, 'हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त लोगों के साथ हैं।' अधिकारी ने बताया कि तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) और कोल इंडिया द्वारा लाई गयी विशेष मशीनों से 340 फुट गहरी खदान से पानी निकालने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि यह खदान 12 वर्ष पहले बंद कर दी गयी थी और तीन वर्ष पहले तक यह असम खनिज विकास निगम के अधीन थी। हिमंत ने शुक्रवार रात को कहा, 'यह कोई अवैध खदान नहीं थी, बल्कि इसे बंद कर दिया गया था। उस दिन खनिक पहली बार कोयला निकालने के लिए खदान में घुसे थे।' उन्होंने बताया कि खनिकों के मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभियान पर हिमंत ने कहा कि गुरुवार से पानी निकालने का काम जारी है और अब तक सात मीटर पानी निकाला जा चुका है। उन्होंने बताया, 'चार गड्ढों में पानी 26 मीटर तक भर गया है। अगर गड्ढों से पानी निकाल दिया जाए तो हम कुछ नतीजे की उम्मीद कर सकते हैं।' हिमंत ने कहा कि नागपुर से एक और मशीन मंगाई गयी है और इसका संचालन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि यह ठीक काम करेगी तो उम्मीद है कि शीघ्र पानी निकाल लिया जाएगा। इस घटना में दीमा हसाओ स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) देबोलाल गोरलोसा के परिवार के सदस्य की कथित संलिप्तता पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह मानवीय त्रासदी है और हमें इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।'

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in