

कोलकाता : महानगर में एक इश्योरेंस एजेंट का अपहरण कर 14 लाख रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना रवीन्द्र सरोवर थाना की है। अभियुक्तों के नाम चित्तरंजन राय, चारूर अहमद बैद्य उर्फ चीरू और मिथुन बैद्य हैं। पुलिस ने अभियुक्तों को उत्तर 24 परगना के हाबरा से पकड़ा है। अभियुक्त के पास से अपहृत व्यक्ति कौशिक लाहिड़ी को उद्धार किया गया है। अभियुक्तों के पास से एक कार और दो मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार बुधवार 29 जनवरी को शुचिस्मिता लाहिड़ी नामक महिला ने शिकायत दर्ज करायी कि कुछ लोगों ने उसके पति का अपहरण कर लिया है। अभियुक्त उसके पति को रिहा करने के एवज में 14 लाख रुपये की फिरौती की मांग कर रहे हैं। महिला ने बताया कि उसका पति 22 जनवरी को घर से पुरी गया था लेकिन अभी तक नहीं लौटा। इस बीच अपहर्ता का फोन आने पर उन्होंने उनके अकाउंट में 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। हालांकि अपहर्ता लगातार उससे 14 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पहले हाबरा स्थित चारूर अहमद के घर में छापामारी कर कौशिक का उद्धार किया। वहां से चारूर अहमद और उसके साथी मिथुन बैद्य को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों से पूछताछ के बाद गुरुवार की दोपहर लेक गार्डन्स के रहनेवाले चित्तरंजन राय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बकाया रुपये पाने के लिए किया था अपहरण
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि वर्ष 2023 में हाबरा के चारूर अहमद के साथ कौशिक की पहचान हुई थी। कौशिक ने 2.50 करोड़ रुपये का बिजनेस लोन दिलाने के नाम पर चारूर से 14 लाख रुपये ले लिये थे। आरोप है कि रुपये लेने के बाद अभियुक्त ने उसे कोई लोन नहीं दिलाया। करीब दो साल तक चारूर अपने रुपये वापस मांग रहा था लेकिन अभियुक्त उसे नहीं लौटा रहा था। इस बीच 24 जनवरी को चारूर को चित्तरंजन राय ने सूचना दी थी कि कौशिक लाहिड़ी ओडिशा के पुरी गया हुआ है। इसके बाद चारूर और चित्तरंजन कार से पुरी गये और कौशिक को अपने साथ कोलकाता ले आये। कोलकाता आने के बाद अभियुक्तों ने कौशिक को चारूर के घर में ले जाकर बंधक बना दिया। बंधक बनाने के बाद अभियुक्तों ने उससे 14 लाख रुपये की मांग की।