उन्होंने बताया कि चट्टानी सतह के कारण बचाव अभियान में काफी मुशिकलें आईं। इससे पहले परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। दो सप्ताह पहले, दौसा जिले में एक पांच वर्षीय बच्चा बोरवेल में गिर गया था और बचाव अभियान 55 घंटे से अधिक समय तक चला था। हालांकि, उसे भी नहीं बचाया जा सका था।