दशहरा 2024: विजयदशमी पर रावण दहन और शस्त्र पूजन का महत्व और विधि

दशहरा 2024: विजयदशमी पर रावण दहन और शस्त्र पूजन का महत्व और विधि
Published on

कोलकाता : दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इस दिन, भगवान राम ने रावण का वध किया था, जिससे यह त्योहार मनाया जाता है।

दशहरा मुहूर्त
इस साल, दशमी तिथि 12 अक्टूबर को सुबह 10:58 मिनट से शुरू होगी और 13 अक्टूबर को सुबह 09:08 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन शस्त्र पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 2:02 मिनट से 2:48 मिनट तक रहेगा।

पूजन विधि:

  1. सुबह जल्दी उठें और स्नान करें, फिर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. गेहूं या चूने से दशहरे की प्रतिमा बनाएं।
  3. गाय के गोबर से 9 गोले और 2 कटोरियां बनाएं। एक कटोरी में सिक्के और दूसरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें।
  4. प्रतिमा को केले, जौ, गुड़ और मूली अर्पित करें।
  5. दान-दक्षिणा करें और गरीबों को भोजन कराएं।
  6. पूजा समाप्त होने पर बड़ों का पैर छूकर आशीर्वाद लें।

नीलकंठ पक्षी की मान्यता:
दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसे भगवान का प्रतिनिधि माना जाता है। इस दशहरे पर अच्छाई की जीत और आपके सभी प्रयास सफल हों!

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in