‘परम रुद्र’ सुपर कंप्यूटर : भारत की नई तकनीकी उपलब्धि, जानें विशेषतायें

‘परम रुद्र’ सुपर कंप्यूटर : भारत की नई तकनीकी उपलब्धि, जानें विशेषतायें
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नई दिल्ली : भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेज़ी से प्रगति कर रहा है और इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'परम रुद्र' नामक सुपर कंप्यूटरों का आज समर्पण किया। ये कंप्यूटर सामान्य कंप्यूटरों से कई गुना अधिक शक्तिशाली हैं और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। 'परम रुद्र' सुपर कंप्यूटर पर्यावरण, जलवायु और कई अन्य क्षेत्रों में अनुसंधान और डेटा प्रोसेसिंग में मददगार साबित होंगे। इनकी क्षमता इतनी अधिक है कि जो कार्य सामान्य कंप्यूटर 500 वर्षों में कर सकते हैं, वही ये सुपर कंप्यूटर मात्र कुछ मिनटों में कर सकते हैं।
डेटा प्रोसेसिंग की अद्वितीय क्षमता
इन सुपर कंप्यूटरों की खासियत यह है कि वे एक साथ विशाल मात्रा में डेटा को प्रोसेस कर सकते हैं, जो कई साधारण कंप्यूटर मिलकर भी नहीं कर सकते। वैज्ञानिक अनुसंधान, खगोलीय घटनाओं की खोज और प्राकृतिक आपदाओं के अध्ययन में इनका उपयोग किया जाएगा।
सुपर कंप्यूटरों की स्थापना
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा समर्पित किए गए ये तीन सुपर कंप्यूटर लगभग 130 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए हैं। इनका स्थान पुणे, दिल्ली और कोलकाता में निर्धारित किया गया है।
– पुणे : यहां, 'परम रुद्र' कंप्यूटर को मीटर रेडियो टेलीस्कोप (GMRT) की सेवा में लगाया जाएगा, जिससे खगोलीय घटनाओं का अध्ययन किया जाएगा।
– दिल्ली : दूसरे सुपर कंप्यूटर का उपयोग इंटर यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर में पदार्थ विज्ञान और परमाणु भौतिकी के क्षेत्र में जानकारी एकत्रित करने के लिए किया जाएगा।

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